राकेश त्रिपाठी 'बस्तीवी'
- 69 Posts
- 377 Comments
जिंदगी है एक फासला मिटाते रहना, दोस्त बन जायेंगे हाथ बढ़ाते रहनाहर सुबह मुस्काते मिल जायेंगे,
आप यो ही ख्वाबो में आते रहना.हर-सूं तन्हाई, खुशियो में खलिश लगे, कभी कभी अपने गाँव भी जाते रहना.लोग पूछेंगे दुनिया को क्या दिया तुमने,
कुछ आम-अमरुद के पेड़ लगते रहना.गद्दो में, गलीचो में नीद न आये! माँ की लोरियां गुनगुनाते रहना.
Read Comments